Raksha Bandhan Shubh Muhurt 2025, रक्षाबंधन 2025 कब है? आज 8 अगस्त को राखी बांधना सही या नहीं? जानें राखी बांधने का सबसे शुभ समय, भद्रा काल और राहुकाल की पूरी डिटेल आगे पढ़ें।
Raksha Bandhan Shubh Muhurt 2025,रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्यार और विश्वास का प्रतीक होता है। हर साल सावन की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला ये पर्व इस बार खास बन गया है, क्योंकि 2025 में 95 साल बाद एक शुभ संयोग बन रहा है।
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Raksha Bandhan Shubh Muhurt 2025 रक्षाबंधन 2025 की तारीख: कब मनाया जाएगा ये खास त्योहार?
इस बार श्रावण पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 8 अगस्त 2025 को दोपहर 2:12 बजे से हो रही है और समाप्ति 9 अगस्त 2025 को दोपहर 1:24 बजे पर होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार रक्षाबंधन 9 अगस्त 2025, शनिवार को मनाया जाएगा।
BREAKING: इस दिन भद्रा काल नहीं रहेगा, यानी आप बिना किसी चिंता के राखी बांध सकते हैं।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan Shubh Muhurat 2025)
- ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4:22 से 5:04 तक
- अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:17 से 12:53 तक
- लाभ काल – सुबह 10:15 से दोपहर 12:00 तक
- अमृत काल – दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक
- चर काल – शाम 4:30 से 6:00 बजे तक
सावधान! 9 अगस्त की सुबह 9:07 से 10:47 तक राहुकाल रहेगा। इस दौरान राखी बांधने से बचें।
2025 में बन रहे हैं खास योग – सर्वार्थ सिद्धि और शिव योग
9 अगस्त को श्रावण नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग और शुभकारी शिव योग एकसाथ बन रहे हैं। ये दिन राखी बांधने के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है।
Raksha Bandhan Shubh Muhurt 2025
8 अगस्त को राखी क्यों न बांधें?
हालांकि 8 अगस्त को ही पूर्णिमा शुरू हो रही है, लेकिन वह दोपहर के बाद है और तिथि का उदय 9 अगस्त को है।
इसलिए रक्षाबंधन 8 अगस्त को मनाना उचित नहीं माना जाता। साथ ही राहुकाल और शुभ मुहूर्त का अभाव भी है।
राखी बांधते समय ध्यान रखने वाले नियम (Raksha Bandhan Niyam)
- भाई-बहन सुबह स्नान करें और नए वस्त्र पहनें।
- भाई का मुख पश्चिम या उत्तर दिशा में हो।
- भाई के सिर पर कपड़ा और माथे पर कुमकुम-अक्षत का तिलक लगाएं।
- दाहिने हाथ में नारियल देकर तीन गांठों वाली राखी बांधें।
- राखी बांधने के बाद आरती उतारें और मिठाई खिलाएं।
- बड़ा भाई हो तो पैर छुएं, छोटा भाई हो तो आशीर्वाद दें।
95 साल बाद बन रहा महासंयोग!
2025 को मंगल का वर्ष माना गया है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार लाल रंग की राखी बांधने से बचना चाहिए। यह बदलाव सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए जरूरी बताया गया है।
क्या चांदी की राखी शुभ मानी जाती है?
जी हां, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चांदी की राखी भाई की समृद्धि और दीर्घायु के लिए शुभ मानी जाती है। यह नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करती है।
रक्षा सूत्र बांधते समय कौन सा मंत्र पढ़ें?
“ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वां प्रतिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥”
यह मंत्र भाई की सुरक्षा और सौभाग्य के लिए पढ़ा जाता है।
भद्रा काल में राखी क्यों नहीं बांधनी चाहिए?
भद्रा काल को अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि रावण को उसकी बहन शूर्पणखा ने भद्रा काल में राखी बांधी थी, जिसके बाद उसका पतन शुरू हुआ। इसलिए भद्रा में राखी बांधने से बचना चाहिए
यह दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है। पूजा-पाठ, दान और शुभ कार्यों के लिए उत्तम समय माना जा रहा है। अब आप तैयार हैं रक्षाबंधन 2025 के लिए! तारीख याद रखें: 9 अगस्त।राखी सही समय पर बांधें और इस पर्व को बनाएं और भी खास।